दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Wednesday, August 22, 2018

मेरी हस्ती को समझो 
ये तेरे बस की बात नही
शेर की ताकत गीदड़ समझे
ये गीदड़ की औकात नही

बहुत देर तक तन्हाई में 
तुझपे गज़ल लिखता रहा 
और आँसुओं का काफि़ला 
इस दरमियां बहता रहा
हाँ,यकीनन अब भी तेरी 
याद तड़पाती बहुत
सामने सबके हँसा पर 
दिल में बस रोता रहा 

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