दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Thursday, August 30, 2018

मेरी बिटिया
मेरी बिटिया बड़ी हो गई
घुटनों चलके खड़ी हो गई
मैनें नाजो़ं से पाला है उसको बहुत
थपकियां देके उसको सुलाया बहुत
कुछ पता ना चला,वक्त चलता रहा
वो सयानी बड़ी हो गई
  घुटनों चलके..... ,
कल चली जायेगी, वो मुझे छोड़कर
अपने साजन के घर,मेरा दिल तोड़ कर
चाहा था रोकना,रुक ना पाये मगर
आसुओँ की झडी़ हो गई
    घुटनों चलके..... ,
वो मेरी आन थी, वो मेरी जान है
है वो मेरा गुरुर, मेरा सम्मान है
ये हकीकत है कैसे बयां मैं करुं
दास्ताँ ये बड़ी हो गई
     घुटनों चलके.....
ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
   सायं:5:30 बजे 29/08/2018

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