दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Friday, August 16, 2019

मध्यम वर्ग
   ना जाने कितने जन्मों के
  पाप काटता मध्यम वर्ग
  सुबह शाम अभिमन्यु जैसा
  चक्र भांजता मध्यम वर्ग
  सबकी सुनना,कुछ ना कहना
  मजबूरी है, हंसते रहना
  छोटी चादर के भीतर ही
  पाॅंव फैलाता मध्यम वर्ग
  बच्चों को स्कूल भेजना
  कभी बेटी की शादी की
  सारे दिन चिंताओं के
  नित बोझ उठाता मध्यम वर्ग
  खीझा खीझा सा चेहरा है
  उडी़ उड़ी सी रंगत है
  तिनका तिनका आय जोड़के
  घर बनवाता मध्यम वर्ग
  निम्न वर्ग सा जी नहीं सकता
  उच्च वर्ग से प्रतिस्पर्धा
  दो वर्गों के बीच में फंसकर
  पिसता जाता मध्यम वर्ग
  बीवी बच्चे और अधिकारी
  सब इस पर पड़तें हैं भारी
  यस सर,यस मैडम कहने में
  उम्र बिताता मध्यम वर्ग
 
  ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
   सांयः 6 बजे 16/08/2019