दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Friday, August 5, 2016

⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
इम्तिहान जिंदगी में
कभी खत्म न हुऐ
हमने भी पास होने का
ज़ज्बा बनाये रखा
हर बार मेरे हाथ से
मंजिल छिटक गई
हमने जुनूने जंग में
हौसला बनाये रखा
ता उम्र कितनी आंधियां
छूकर निकल गई
हमने हथेली जोड़ कर
दीपक जलाये रखा
है मुस्तकिल यकीन कि
फ़तह मिलके रहेगी
'मुफ़लिस'हूँ मुफ़लिसी में
भी जलवा बनाये रखा
  ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
  30/07/2016 रात्रि 10 बजे
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