दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Saturday, July 4, 2020

कोरोना से अब तो,खतरे बहुत,कुछ तो डरो मेरे प्यारे*
*जीवन के रंग,बदलेंगे अब,समझो ज़रा मेरे प्यारे*

*आयेगा ना फिर कभी भी वो खूबसूरत ज़माना*
*मिलना ना होगा गले से,होगा ना हाथ मिलाना*
*इन बंदिशों से हो रुबरु,समझो इन्हें मेरे प्यारे*
*जीवन के रंग,बदलेंगे अब,समझो ज़रा मेरे प्यारे*

*धोना है हाथों को हर दम,चलना है दूरी बना के*
*ये बंदिशें दर्द सी है , रहना है खुद को बचा के*
*ढकना है चेहरा सुरक्षित बहुत,समझो इसे मेरे प्यारे*
*जीवन के रंग,बदलेंगे अब,समझो ज़रा मेरे प्यारे*

 *ऋषि राज शंकर 'अभिव्यक्ति'*

2 comments:

  1. Hi sir, you have uploaded a video of a sadhu crying for help in Delhi, can you share his exact location and the problem @ujjwalwrites. I will be really glad to provide help to that sadhu and his family. Please respond as soon as possible, in between you write beautifully well. Regards.

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