दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Thursday, September 28, 2023

जीवन के रंग

 हमने जीवन को कुछ ऐसे रंग बदलते देखा है*

*सुबह चहकते,शाम बिलखते रात तड़पते देखा है*

*मायूसी और अंधियारे में सूरज उगते देखा है*

*चटक धूप में भी सावन की बूंद बरसते देखा है*

*कब क्या है,क्या हो जाए इसकी कोई थाह नहीं*

*बड़े बड़े धन्नासेठों को तिल-तिल मरते देखा है*

*भूख,गरीबी,मंहगाई हों , तीनों जिसकी महबूबा*

*ऐसे जीवन को भी मैंने ,हरदम हंसते देखा है*

*नदियां ऊपर से हंसती हैं कल-कल कल-कल करती हैं*

*गहराई में कब रोती हैं, बोलो किसने देखा है* 

*जैसी करनी वैसी भरनी इस जीवन का सार यही*

*अहंकार का अंत बुरा है ,दस सिर कटते देखा है*

*हमने जीवन को कुछ.....

*बांध के मुठ्ठी जन्म लिया है,दुनिया में कुछ करने को*

*अंत समय में जाते सबको हाथ पसारे देखा है*

*सुबह चहकते शाम बिलखते...*

*"अभिव्यक्ति" जो ना हो पाई उसको भी तुम पढ़ लेना*

*अक्सर सूखी आंखों को भी हमने रोते देखा है*


*ऋषिराज "अभिव्यक्ति"*❤️

02/06/2023

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