दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Thursday, September 28, 2023

खुद से ही अनजान हूं

 खुद में रह कर खुद से ही अनजान हूं

अब क्या कहूं, मैं आज का इंसान हूं

ईमानदार हूं तभी तक आज भी

जब मिले मौका तो मैं बेईमान हूं

     क्या कहूं, मैं आज का इंसान हूं

रफ्ता रफ्ता खर्च होती ज़िंदगी

हूं अकेला भीड़ में हैरान हूं

दो वक्त की रोटी की जद्दोजहद में

सुबह से भटका हुआ परेशान हूं

      क्या कहूं, मैं आज का इंसान हूं

कट गए हों पर,वो पंछी बन गया हूं

अब आसमां की दूरी से अनजान हूं

है नहीं कीमत यहां "अभिव्यक्ति"की

बहरों की दुनिया का मैं इंसान हूं


ऋषिराज अभिव्यक्ति

 ❤️


23/03/2022

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