दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Monday, March 25, 2019

निगाहों में हमने तुमको
गिरफ्तार किया था
ये सच है बाखुदा कि
तुमसे प्यार किया था
रुठे कभी भी जो तुम
हमने मनाया दिल से
बेहद और बेशुमार ही
बस प्यार किया था
धड़कन,तुम कब बने
कब जान बन गये
ये दिलों के रास्तों को
कब पार किया था
एहसास तेरी रुह का
अब तक भिगो रहा है
कैसे मोहब्बतों ने
इज़हार किया था
ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
   सायं: 9:30 बजे 12/11/2018

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