दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Thursday, September 15, 2016

ताल से ताल मिलाने
का हुनर सीखना है
आँख से काजल को
चुराने का हुनर सीखना है
कब़ तलक़ ठोकरों पे
ठोकरें ख़ायेगे हम
दिल को बातों से बहलाने
का हुनर सीखना है
जब़ भी डूबी मेरी कश्ती
किनारे पर डूबी
कश्ती साहिल पे लगाने
का हुनर सीखना है
फर्श से अर्श पे जाने
की तमन्ना दिल में
इसे हकीकत में बदलने
का हुनर सीखना है
'मुफलिस' कब़ तक अकेला
लड़ेगा दुनिया से
चिंगारी आग बनाने
का हुनर सीखना है
ऋषि राज शंकर "मुफ़लिस"
15/09/2016अपरान्ह 12बजे

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