इतना बुरा भी नहीं हूँ कि
जितना लोग समझते
पर क्या करें बिन सच
कहे,रहा भी नहीं जाता
मेरी मुसीबतों का सब़ब
मेरे भीतर की आग है
जो देखता हूँ कुछ ग़लत
तो सह नहीं पाता
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
07/09/2016 प्रातः 6 बजे
जितना लोग समझते
पर क्या करें बिन सच
कहे,रहा भी नहीं जाता
मेरी मुसीबतों का सब़ब
मेरे भीतर की आग है
जो देखता हूँ कुछ ग़लत
तो सह नहीं पाता
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
07/09/2016 प्रातः 6 बजे
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