दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Friday, September 9, 2016

इक हमसफ़र को ढूँढता
दुनिया की भीड़ में
ना जाने किस जगह मुझको
मेरी पहचान मिल जाये
चलेगा साथ वो मेरे जब
इस दुनिया के मेले में
मेरा सरगम मुक्कमल हो
सुरों को साज़ मिल जाये
ज़माने भर की ख़ुशिंया मैं
न्योछावर तुमपे कर दूंगा
मेरे ज़ज्बात,गीतों को
तेरी आवाज़ मिल जाये
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
  04/09/2016 प्रातः 6 बजे 

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