दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Friday, September 9, 2016

कल रात मुझको ख्वाब
में तेरा ख्याल आया
इक लम्हा यूं लगा कि
तुझे आस-पास पाया
धीरे से तुमने मेरे कानों
में कुछ कहा था
थी मेरी बदनसीबी
मैं समझ ही न पाया
अच्छा हुआ जो तुमने
ख्वाबों में ही सही
मेरे क़रीब आ कर
मुझको गले लगाया
मैं दुआ कर रहा हूँ
हक़ीक़त हो ख्वाब ये
"मुफलिस ने इस वजह से
सजदे में सर झुकाया
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
  21/08/2016 सांय 6 बजे
♒♒♒♒♒♒♒♒

No comments:

Post a Comment