दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Friday, September 9, 2016

बहला रहे हो ख़ुद को
क्यूं झूठे दिलासों से
आत्मा के आइने से
क्या छिपाओगे?
देखोगे आइना कभी
अपने ज़मीर का
ये मान लो कि ख़ुद से
ही नज़रें चुराओगे
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
  07/09/2016 प्रातः 6 बजे
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