गुरुर कत्ल कर रहा
रिश्तों का सरे आम
ग़र हो सके जो
आपसे रिश्ते बचाईये
बर्बादियों का एक ही
कारण बना गुरुर
जे़हन में इसके कीडो़
चुन चुन के मारिये
बरसों की दोस्ती का
कुछ ऐसा सिला दिया
मेरा ही कत्ल ,मेरे ही
मुंसिफ़ ने कर दिया
रिश्तों का सरे आम
ग़र हो सके जो
आपसे रिश्ते बचाईये
बर्बादियों का एक ही
कारण बना गुरुर
जे़हन में इसके कीडो़
चुन चुन के मारिये
बरसों की दोस्ती का
कुछ ऐसा सिला दिया
मेरा ही कत्ल ,मेरे ही
मुंसिफ़ ने कर दिया
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