दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Tuesday, July 15, 2014

खुशी के पलों को चुराते चलो
मस्ती में जीवन बिताते चलो
जीवन डगर बहुत ही कठिन है
ना रुठो कभी,मुस्कुराते चलो
जो तेरा है तुझको मिलेगा ज़रुर
दूसरों का भी बोझा उठाते चलो
कल की चिन्ता को छोड़ो जियो आज में
अपनी मेहनत से रास्ता बनाते चलो
क्या मिला है और क्या साथ में जायेगा
जो मिला है उसी में निभाते चलो
खुश रखो स्वयं को,सभी को यहॅा
हरेक रिश्ता हदय से निभाते चलो
ना जाने कभी भी ये सांसे रुकेंगी
यूं ही हॅसते चलो,चहचहाते चलो

ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
१२ जुलाई २०१४, प्रातः१०.३० बजे

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