भगवन बोले चल नारद
अब धरा घूम के आते है
बहुत तरक्की हुई धरा पे
अवलोकन कर आते है
नारद और विष्णु जी ने
तब ब्राह्मण रुप बनाये
एक मिनट में स्वर्गलोक से
वो यू पी में आये
यूपी का वो हाल देख के
लज्जित हो गए भाई
रामराज्य सोचा दोनों ने
उल्टी गंगा पाई
नारी के फटते वस्त्र यहां
रोज़ अस्मत होती तार तार
पिता पुत्र ने मिलके कैसा
कर दिया बंटाधार
कर दिया बंटाधार
समय कैसा ले आये
जाने कितने दुशासन
ये रोक न पाये
हर चौराहे औ नुक्कड़ पे
गुंडा गर्दी पाया
इतना कुछ देखा भगवन ने
उनका सिर चकराया
तब एक पुलिसवाले ने
उनको अपनेपास बुलाया
दुखी ब्राहमण जानके उसने
जी भरकर धमकाया
बोला तुमपे चार्ज लगाके
अंदर कर दूंगा
जेल अगर नहीं जाना तो
रुपया थोड़ा लूंगा
अजब़ मुसीबत आन पड़ी तो
विष्णु जी घबराये
बोले नारद भागो जल्दी
क्यों यूपी ले आये
आगे जब भी हम घूमेंगे
और कहीं ले जाना
भूले से भी इस प्रदेश में
वापस मत ले आना
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
२२जुलाई २०१४, प्रातः११ बजे
अब धरा घूम के आते है
बहुत तरक्की हुई धरा पे
अवलोकन कर आते है
नारद और विष्णु जी ने
तब ब्राह्मण रुप बनाये
एक मिनट में स्वर्गलोक से
वो यू पी में आये
यूपी का वो हाल देख के
लज्जित हो गए भाई
रामराज्य सोचा दोनों ने
उल्टी गंगा पाई
नारी के फटते वस्त्र यहां
रोज़ अस्मत होती तार तार
पिता पुत्र ने मिलके कैसा
कर दिया बंटाधार
कर दिया बंटाधार
समय कैसा ले आये
जाने कितने दुशासन
ये रोक न पाये
हर चौराहे औ नुक्कड़ पे
गुंडा गर्दी पाया
इतना कुछ देखा भगवन ने
उनका सिर चकराया
तब एक पुलिसवाले ने
उनको अपनेपास बुलाया
दुखी ब्राहमण जानके उसने
जी भरकर धमकाया
बोला तुमपे चार्ज लगाके
अंदर कर दूंगा
जेल अगर नहीं जाना तो
रुपया थोड़ा लूंगा
अजब़ मुसीबत आन पड़ी तो
विष्णु जी घबराये
बोले नारद भागो जल्दी
क्यों यूपी ले आये
आगे जब भी हम घूमेंगे
और कहीं ले जाना
भूले से भी इस प्रदेश में
वापस मत ले आना
ऋषि राज शंकर 'मुफलिस'
२२जुलाई २०१४, प्रातः११ बजे
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