दिल की अभिव्यक्ति

दिल की अभिव्यक्ति
दिल की अभिव्यक्ति

Saturday, April 18, 2020

गरज कर सारी रात वो बरस गए मुझ पर
समझ ना पाये हम,अंदाज़ कातिलाना था
सह गए हम भी इल्जा़मात बड़ी ख़ामोशी से
रह गये चुप मगर बहुत कुछ बताना था

हर पल आस का दीप जलाये
मन में इक विश्वास जगाये
मैं तुझे ढूंढता रहता हूं
कुछ बहका बहका रहता हूं

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