मेरी नई रचना
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
कोरोना से हर घड़ी ,आगाह करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
ये तो तांडव कर रहा दुनिया के मेले में
सांसें छोटी हो गईं इसके झमेले में
घर में रहना है तुम्हें,फरमान करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
घर में रहना,मास्क लगाना,हाथ धोना है
बस यही हथियार हैं, ये तो कोरोना है
हारेगा संयम से ये , ऐलान करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
लाकडाउन ग़र खुले तो फिर ना बौराना
तोड़ कर सारे नियम,घर से नहीं जाना
ज़िंदगी अनमोल है, स्वीकार करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
रात्रि 11बजे 23/04/2020
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
कोरोना से हर घड़ी ,आगाह करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
ये तो तांडव कर रहा दुनिया के मेले में
सांसें छोटी हो गईं इसके झमेले में
घर में रहना है तुम्हें,फरमान करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
घर में रहना,मास्क लगाना,हाथ धोना है
बस यही हथियार हैं, ये तो कोरोना है
हारेगा संयम से ये , ऐलान करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
लाकडाउन ग़र खुले तो फिर ना बौराना
तोड़ कर सारे नियम,घर से नहीं जाना
ज़िंदगी अनमोल है, स्वीकार करता हूं
क्या करूं मैं आप सभी से प्यार करता हूं
ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
रात्रि 11बजे 23/04/2020
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