दुनिया बनाने वाले,क्या तेरे मन में समाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
मरतें हैं प्राणी सभी,कष्टों में कितने
नहीं देता साथ कोई,अपने हों कितने
रहना पड़े अकेला, अंतिम वखत में
जाती है अर्थी केवल लाॅरी में लदके
गुपचुप तमाशा देखे,वाह री तेरी खुदाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
काहे ना कोई दूजा रस्ता सुझाया
घर में ही रहना सुरक्षित बताया
दूरी उचित रखनी तूने बताया
तेरी माया समझ में ना आया
ना तो इलाज कोई,ना तो है कोई दवाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
अरजी है प्रभु लाज इतनी सी रख लो
मानव हैं बेटे तेरे,रक्षा तो कर लो
दुनिया बचा लो अपनी,भगवन ये सारी
संकट में आई सारी सृष्टि तुम्हारी
तेरी कसम है तुमको,सुन लो अब मेरी दुहाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
प्रातः 11बजे 18/04/2020
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
मरतें हैं प्राणी सभी,कष्टों में कितने
नहीं देता साथ कोई,अपने हों कितने
रहना पड़े अकेला, अंतिम वखत में
जाती है अर्थी केवल लाॅरी में लदके
गुपचुप तमाशा देखे,वाह री तेरी खुदाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
काहे ना कोई दूजा रस्ता सुझाया
घर में ही रहना सुरक्षित बताया
दूरी उचित रखनी तूने बताया
तेरी माया समझ में ना आया
ना तो इलाज कोई,ना तो है कोई दवाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
अरजी है प्रभु लाज इतनी सी रख लो
मानव हैं बेटे तेरे,रक्षा तो कर लो
दुनिया बचा लो अपनी,भगवन ये सारी
संकट में आई सारी सृष्टि तुम्हारी
तेरी कसम है तुमको,सुन लो अब मेरी दुहाई
काहे महामारी बनाई,तूने काहे कोरोना बनाई
ऋषि राज शंकर 'मुफ़लिस'
प्रातः 11बजे 18/04/2020
बहुत खूब अतिसुंदर 👌👌👌👌
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